साप्ताहिक हिंदू एकता संगोष्ठी
श्रीमद् जगद्गुरु 145वें शंकराचार्य पुरी पीठाधीश्वर स्वामी श्री निश्चलानंद सरस्वती जी के सानिध्य में नगर मोहल्ले आदि के आधार पर क्षेत्र निर्धारित करते हुए प्रत्येक क्षेत्र में वहां के स्थानीय मंदिरों को केंद्र बनाकर साप्ताहिक भजन संध्या के रूप में हिंदू एकता संगोष्ठी आयोजित की जाती है ।
हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ , श्री राम कृष्ण शिव भगवती आदि भगवन्नामों का सामूहिक जाप एवं धर्म चर्चा के रूप में आयोजित होने वाली इन संगोष्ठीयों द्वारा , मंदिर जीर्णोद्धार , सामाजिक विकास , आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर एवं श्रद्धालुओं हेतु भोजन वितरण आदि प्रकल्पों का संचालन किया जाता है । इन संगोष्ठियों का उद्देश्य समाज में परस्पर सहयोग की भावना जागृत करना , प्रमाणिक ज्ञान द्वारा प्रत्येक व्यक्ति का आत्मबल बढ़ाते हुए उसके निजी जीवन को उन्नत बनाना तथा हिंदू मठ मंदिरों को शिक्षा रक्षा तथा सेवा के केंद्र के रूप में उद्भाषित करना है ।
संशय निराकरण केंद्र
जैसा की विदित है कई धर्म विरोधी विचारधाराएं अनवरत प्रयासरत हैं मनुष्य को उसके मूल सनातन धर्म से विमुख करने हेतु। इसी क्रम में विरोधियों द्वारा कई कालनेमि (नकली धर्मगुरु) खड़े कर दिए गए हैं जिनके द्वारा भ्रामक प्रचार कर धर्म के संबंध में मिथ्याएं फैलाई जाती हैं ।
इसी समस्या के निराकरण के हेतु आह्वान के कालनेमि दमन दल द्वारा ऐसे नकली धर्मगुरुओं की वास्तविकता को सामने लाकर समाज कालनेमियों के प्रति सचेत किया जाता है । इसके साथ ही साथ कालनेमियों द्वारा प्रचारित की गई मिथ्याओं को समाप्त करने हेतु संशय निराकरण केंद्र निर्मित किया गया है जहां धर्म से संबंधित किसी भी प्रकार के संशय का परंपरा प्राप्त प्रमाणिक निराकरण उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाता है ।
इसी संदर्भ में धर्म की परंपरा प्राप्त प्रमाणिक जानकारी उपलब्ध कराने वाला संपर्क में सुगम दूरभाष केंद्र निर्मित किया गया है तथा यूट्यूब फेसबुक आदि सोशल मीडिया मंच द्वारा , डिजिटल मीडिया प्रिंट मीडिया आदि के द्वारा शिक्षाप्रद चलचित्र एवं प्रेरणादायक धार्मिक गीत आदि के रूप में तथा स्कूल कॉलेज मंदिर पार्क व अन्य सार्वजनिक स्थलों में शिक्षाप्रद नाट्य मंचन द्वारा प्रचार प्रसार कर समाज को धर्म की प्रमाणिक जानकारी उपलब्ध कराते हुए गुरु गोविंद और ग्रंथ से जोड़ने का कार्य किया जाता है ।